जख्म

1 Part

172 times read

12 Liked

जब भी आपके प्यारे   सब्दों को पढ़ते है हम !! लाइलाज हर घाव को  भुल जाते है सारे गम !! दर्द से सुकून सी तेरी  कलम सपही है मरहम !! पता ...

×