चांद और मैं

1 Part

251 times read

23 Liked

बादलों में छुपा चांद, जरा बाहर निकल आया था  मुझे देख यूं उदास, जरा सा वो मुस्कुराया था। मुस्कुरा कर किया मुझसे, एक सवाल इस प्यारी खुशनुमा मौसम में, क्यों हैं ...

×