महरी 🍁-----◆●•••

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महरी🍁 ••••••••••• तड़के ही सुबह,  सूरज के भी उठने से पहले जग जाती है,  निपटाने को अपने घर के काम साँस भी नहीं लेती,  न उफ्फ करती है यूँ जल्दी पहुंच ...

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