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अजी,मै कोई कवि , या लेखक नही हूं, महज इक कम पढ़ा, लिखा, डाकिया हूं।। बस अंदर की चिट्ठियो को, बाहर ला, बांटता हूं , खत ला, किसी किसी के संदेस, ...