अधर्मी आतंकवाद

1 Part

216 times read

6 Liked

नफरत की आग में वो क़ुसूर करते चले गए पैदा किए धर्म पर धर्म सब जी हुज़ूर करते चले गए भूल कर इंसानियत इक दूसरे से छीनी साँसे और ज़मीर वक़्त ...

×