दैनिक प्रतियोगिता हेतु स्वैच्छिक विषय कृष्ण कन्हैया

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कैसे कह दू ,कि तू पराया है। मेरा दुख-दर्द सब मिटाया है।  याद  करती ,तुम्हें  हमेशा से, बोलिए आज क्यूं भुलाया है।  मेरा  तेरा  शिवा, नही कोई,  बात कोई  ,न जान ...

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