लेखनी प्रतियोगिता वो चिट्ठियों का दौर था #प्रतियोगिता

1 Part

358 times read

19 Liked

वो चिट्ठियों का दौर था  मोहब्बत अधूरी  ही सही पूरी थी....  मुलाकातें कम थी पर मुकम्मल थी अधूरी बातों में ही दिल के अल्फाज समझ जाते थे बातें कम थी,पर दिल ...

×