चांदनी रात

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ये  मंज़र  है  अदाओं  के  बहकती  कायनातों  में, अरे ओ दिल मेरे तू चल मोहब्बत की हैं ये चांदनी रात। ये अपनी जिंदगी  हम-दम तुम्हारी ही  पनाहो  में, बहुत बेचैन अरमां ...

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