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उजालो से मुझको अंधेरा छुआ हैं, पानी मे से आग जलने लगी हैं, यह कौन हमसफर हुआ हैं,कही मेरा, जिंदगी हाथ से अब फिसलने लगी हैं।। निराश, हताश कभी होता नही ...