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एक कहानी जो बचपन में कभी मैने अपनी माँ से सुनी थीं...। लेकिन उस वक्त वो सिर्फ एक कहानी थीं... उसका कोई तर्क या भाव मेरी समझ के बाहर था..। लेकिन ...