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प्रतियोगिता हेतु जन्म अष्ठमी पर मेरे द्वारा रचित कुंडली छंद। गिरधर के अवतरण की, आई घड़ी पुनीत। सखियां हिल मिल गा रहीं, देखो मंगल गीत।। देखो मंगल गीत, मीत जिसकी हैं ...