लेखनी कहानी -14-Nov-2022 गजल : साजिश ए इश्क

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गजल : साजिश ए इश्क  साजिश ए इश्क में फंसते चले गये  अपनी बरबादी पर हंसते चले गये  दिल लगाने का अंजाम बुरा होता है जानते बूझते ये फंदा कसते चले ...

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