लेखनी प्रतियोगिता -15-Nov-2022 रात भर शहर रोता रहा

1 Part

279 times read

15 Liked

रात भर शहर रोता रहा। दर्द पूरित चीख थी जो, आई अचानक रात को, आहों पर औ कराहों पर रात भर शहर रोता रहा। छाया अंधेरा था घना उस पर था ...

×