31 Part
274 times read
14 Liked
प्रिय सखी। कैसी हो। लो एक बार फिर हाज़िर हूं तुम्हें अपने साथ अपनी यादों के सफ़र पर ले जाने के लिए । जीवन क्या है । कुछ नही क्षणभंगुर।पर पता ...