1 Part
351 times read
11 Liked
प्रेम में दिवंगत हो गई आत्मा। दर बदर अब भटकती आत्मा। साज़िशे पूर्व उसने रचि प्यार में, मीठे शब्दों में फंस गई आत्मा। स्वयं से अधिक चाहा था जिसे, प्राण उसने ...