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हमसफ़र हाथ में हाथ लेकर चलो ना नये सफ़र पे चलते है, अपने सपने को मिलाकर फिर नये सपने देखते है। मिश्री सी तेरी बातें और हर अन्दाज़ पे वारी वारी ...