असुर कृत्य

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असुर कृत्य और सोच कहीं पढ़ा था मैंने स्याही मिटती नहीं अखबार की और आ जाती है खबर नई एक और अपराध की सुना था मैंने इंसान से बड़ा शत्रु कोई ...

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