तू आगे बढ़ता जा बढ़ता जा ओ पथिक

1 Part

310 times read

23 Liked

तू अपने कर्तव्य पथ पर रहना अड़िग, तू वीर तू महावीर तूही अपना यौथिक। विशाल समुंदर भी कुछ नहीं तेरे आगे, तू आगे बढ़ता जा बढ़ता जा ओ पथिक।। ये मार्ग ...

×