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प्रतियोगिता दिनांक -23-11-२०२२ विषय - स्वैच्छिक विधा - गीत शीर्षक - यथार्थ सत्य गीत यह कविता नही यथार्थ है। ज्ञानी का ज्ञान निस्वार्थ है। समझदार भी समझ न पाते, न जाने ...