1 Part
224 times read
5 Liked
रफ़्ता-रफ़्ता दरमियाँ हमारे निस्बत बदल गई या यूँ कहो कि उनकी मोहब्बत बदल गई किया था अहद ता-हयात चाहत रहेगी ज़िंदा दौर-ए-हयात में ही उनकी चाहत बदल गई छोड़ मुझको रक़ीब ...