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कुछ कहना था कुछ कहना था गुजरी कैसे हैं ये एक लम्हे की शाम आ तुझे बता दूं, कुछ कहें बिना कुछ आज मैं तुम्हें कह जाऊं। कुछ कहना था सुनने ...