लेखनी कविता -29-Nov-2022 कविता:-आईना

1 Part

333 times read

22 Liked

दैनिक प्रतियोगित कविता:- आईना:- आईना हमेशा सच बोलता है, हृदय के सारे राज़ खोलता है। कितना भी छुपाएं हम अंदाजे बयां, चुपके से सारी परतें खोलता है। आइना हमेशा सच बोलता ...

×