जीवन संगिनी

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ऐ मेरी शरीक ए हयात आ बीते लम्हें करें याद वो वक्त़ के जब जवानी थी शुरू हुई तेरी मेरी कहानी थी प्यार ही प्यार था और न काम था तीन ...

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