ममता # दैनिक काव्य लेखनी प्रतियोगिता -02-Dec-2022

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शीर्षक -- ममता विधा -- कृपाण घनाक्षरी  भूखे पेट रहकर, दुख सारे सहकर, ममता में बहकर, करती है उपवास। उसके जैसा न कोई, रात भर नहीं सोई, अकेले में खूब रोई, ...

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