कुछ एहसास

4 Part

379 times read

9 Liked

शायरी.... कुछ एहसास रह जाते है. कुछ अरमान रह जाते है. खुशियों कों कितना भी खुल कर जी लो... याद करने के लिये लम्हात रह जाते है... Manzar ansari ✍🏻 ...

×