लेखनी प्रतियोगिता -07-Dec-2022

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खामोशी में भी सब सह लेते  तन्हाई में शोर है  खुद बाते खुद में रह जाती एक किस्सा हर एक नारी का उसकी जिम्मेदारी का, प्रेम से वो सब काम करती ...

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