अक्स

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देख रही थी आँखे एक सपना !! आँख खुली तो था वो अक्स अपना !! कुछ मीठे कुछ कड़वे अनुभव से रसीले !! मिलते जुलते सुख जीवन के होते सजीले !! ...

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