2 Part
333 times read
9 Liked
देख रही थी आँखे एक सपना !! आँख खुली तो था वो अक्स अपना !! कुछ मीठे कुछ कड़वे अनुभव से रसीले !! मिलते जुलते सुख जीवन के होते सजीले !! ...