"दौलत की दीवार"

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हो टिमटिम, पर दीप जलाना चाहता हूं जीवन-पथ को सुगम बनाना चाहता हूं जगमग-जगमग रौशनी है महलों की ताक़ पर , रोती है बस ज़िन्दगी इस कदर फुटपाथ पर , कुछ ...

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