कुछ एहसास

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१ . एक ना एक दिन तो , मैं मंजिलें लब्ध कर लूंगा , यह आघात कोई विष तो नहीं , जो खाकर दुनिया छोड़ दूंगा।   २ .  क्यों इश्क ...

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