लेखनी प्रतियोगिता -13-Dec-2022

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रूकें एहसास बिखरी सी जिंदगी है रूकें से  ख्वाब है मेरे खोलो बाहें फैला  कर मेरी आंखों से मूंद कर पूरा  जहां एक बार रुक कर थाम लो  जिंदगी ज़रा ढहर ...

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