कविता ःःहम मिले न मिले

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कविता ःहम मिले न मिले ♀♀♀♀♀♀♀♀♀♀♀♀♀♀♀♀♀♀ आँखों में तुम्हारा ही चेहरा लिए मन में बसीं तुम्हारी यादें ख्वाबों में तुम चमकते एक नूर जैसे कानों में तुम्हारी आवाज  गूंजती गीतों जैसी ...

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