लेखनी प्रतियोगिता -13-Dec-2022- उम्मीद का दीया

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जब जीवन एक बोझ बन जाए, जीने का कोई पर्याय समझ ना आए। दूर तलक फैला अंधेरा हो, ना दिखता कहीं सवेरा हो। तू हार कर मत बैठ जा, एक दीया ...

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