1 Part
278 times read
7 Liked
गजल ये बिखरी बिखरी जुल्फें ये तीखे तीखे नैन ये जादू भरी मुस्कान कर दे सबको बेचैन ये अदाऐं ये शोखियां ये मस्तियाँ ये जवानी हाय, क्या अब जीने भी न ...