लगी चोट है मन पर मेरे कैसे दिखलाऊं घाव ये गहरे दर्द बांट ले ऐसा साथी साथ नही है कोई मेरे कलम थाम लूं, लिखूं मैं खुद पर या फिल्म बनाऊं ...

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