मेरी विपदा हर लो ना

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विषय ; विनती रूप ; कविता शीर्षक ; सुनता है सबकी  सुना है सबकी विपदा हरते हो  मेरी भी विपदा हर लो ना  मझधार में है नैय्या  पार इसे लगा दो ...

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