1 Part
313 times read
9 Liked
हया ग़र औरतों का है गहना,तो शर्म लिबास है मर्दों का जिस दिन ऐसा हो जाए,जरूरत ही न हो फिर परदों का लपलपाते हैं जीभ वे...तमीज जिनको छु कर गया नही ...