लेखनी प्रतियोगिता -18-Dec-2022

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आंसू मेरी रोती है रूह दिल को देख जख्मी लेकिन रोके बैठी है आंखें हर आंसू को जिसका बोझ उठाएं घूम रहा है दिल  अब कौन समझे है मेरे दिल के ...

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