बेइंतहा मोहब्बत

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प्रतियोगिता हेतु बेइंतहा मोहब्बत वो कर गए हैं हमसे यूँ मेहरबाँ मोहब्बत। लगने लगी है हमको फिर से जबाँ मोहब्बत।। साँसों में समाई है, उनकी अभी भी खुश्बू। ढलती नहीं कभी ...

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