फ़ना

1 Part

204 times read

5 Liked

मैंने रोका था उसको दिल लगाने से, काश वो समझ जाती मेरे समझाने से, मैंने जाना नज़र फ़रेबी थी 'उसकी', पर वो नही मानी और हो गई 'उसकी', फ़ना हो गई ...

×