कबीर दास जी के दोहे

255 Part

116 times read

1 Liked

झूठे सुख को सुख कहे, मानत है मन मोद खलक चबैना काल का, कुछ मुंह में कुछ गोद।।  अर्थ : कबीर कहते हैं कि अरे जीव ! तू झूठे सुख को ...

Chapter

×