255 Part
110 times read
1 Liked
दया भाव ह्रदय नहीं , ज्ञान थके बेहद ते नर नरक ही जायेंगे, सुनी-सुनी साखी शब्द || अर्थ : कबीर दास जी कहते हैं कि कुछ लोगों में न दया होती ...