लेखनी प्रतियोगिता -22-Dec-2022

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हर शाम सुबह होने का देती है पैगाम  उम्मीदे रखो दिल पर छोडो ना  लगाम आंधी आ जाये घरोंदे  तुट जाये  आंधी थम ने दो जो हुआ रहने दो फिर बनाओ ...

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