कबीर दास जी के दोहे

255 Part

81 times read

1 Liked

केसों कहा बिगड़िया, मुंडे सौ बार मन को काहे न मूंडिये, जा में विशे विकार अर्थ : जो लोग धार्मिक कारणों से बार-बार मुंडन करते हैं, कबीरदास जी उनसे पूछतें हैं ...

Chapter

×