कबीर दास जी के दोहे

255 Part

62 times read

1 Liked

फल कारन सेवा करे, करे ना मन से काम कहे कबीर सेवक नहीं, चाहे चौगुना दाम।।  अर्थ : कबीरदास जी कहते हैं कि कुछ लोग भगवान का ध्यान, फल और वरदान ...

Chapter

×