लेखनी कहानी -23-Dec-2022

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शीर्षक- अस्तित्व  निश्चित है जो  सब पहले से  तो फिर मेरा क्या और तुम्हारा क्या? अस्तित्व का सुरज  कब डुब जाये  मालुम नही खिडकिया गिनती है तारो को  वहम कि रात ...

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