दैनिक प्रतियोगिता हेतु स्वैच्छिक विषय जीवन संवर जाता

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अगर तुम मिल गए होते,मेरा जीवन सवंर जाता। मेरा विश्वास न खोते,मेरा सब हल निकल आता। तुम्हारी  मोहनी  मूरत को ,जब से श्याम देखा है, नही देते जो तुम दर्शन मेरा ...

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