पनाह

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दुनिया की ठोकरे खाकर  अब तेरी पनाह में आया रख अपनी निगाहों में हमें  ए मालिक ,तेरे  सिवा कोई और ना दिखा हमें  तू ही मेरा ईश्वर, तू ही मेरा तारणहारा  ...

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