औरत का जीवन #एक कसौटी ।

1 Part

278 times read

10 Liked

सोचती हूं नारी किन शब्दों में तेरा मान लिखूं या जो छोड़ा परहित में वह स्वहित तेरा सम्मान लिखूं लिख डालूं छाती को चीर  या गगन पर उकेरूं इसको सम्हालने को ...

×