रहना हैं तेरी पनाह में

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रहना हैं तेरी पनाह में ___________ कच्चे धागे से बंधी तुम्हारे प्रीत की डोर थामे चली आई थी .. बाबुल के आँगन को छोड़कर प्रेम के आशियाने में अपने आँचल में ...

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