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चेहरे-मोहरे से बहुत कुछ मेरी तरह, एक की आवाज ,एक की शक्ल मेरी तरह परवाह बड़ी उनकी प्रीत बड़ी, वह अंजज को थोड़े अलग सी रखती , कुछ पिता सी, सहनशील, ...